Nalanda University Open: भारत का प्राचीन शिक्षण केंद्र फिर से खुला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया

Nalanda University Open: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस उत्सव में विदेश मंत्री एस जयशंकर और कई राजदूत भाग ले थे। नया कैंपस 450 एकड़ में फैला है, और इसमें कई सुविधाएं हैं।

कैंपस में दो ब्लॉक, 40 कक्षाएं, 300 सीटों वाले 2 सभाग, और एक आधिकारिक एम्फीथिएटर है। 550 छात्रों के लिए अलग छात्रावास, एक अंतर्राष्ट्रीय केंद्र और खेल क्षेत्र भी है।

Nalanda University Open: प्रमुख बिंदु

  • नालंदा विश्वविद्यालय का नया परिसर बिहार के राजगीर में है। यह 450 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।
  • यह परिसर पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है। यहाँ ‘शून्य-कार्बन’ अवधारणा पर काम किया गया है।
  • इसमें दो ब्लॉक हैं जिसमें 40 कक्षा हैं। यहाँ 1,900 विद्यार्थियों के बैठन की सुविधा है।
  • कैंपस में छात्रावास, एम्फीथिएटर, और फैकल्टी क्लब की सुविधा है।
  • नालंदा विश्वविद्यालय का यह परिसर भारतीय शिक्षा के महत्व का प्रतीक है।

नालंदा विश्वविद्यालय के बारे में

Nalanda University Open: भारत का प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय, एक ऐतिहासिक संस्थान है। इस स्थान को लगभग 5वीं शताब्दी ई. में स्थापित किया गया था।

12वीं शताब्दी ई. में इसे नष्ट कर दिया गया। इस समय के दौरान, यह विश्वविद्यालय एक महत्वपूर्ण शैक्षिक केंद्र के रूप में था।

यहां से, दुनिया भर के छात्र आकर्षित होते थे।

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का महत्व

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय, पहली सहस्त्राब्दी ई. में, भारत की शीर्ष सिख्या संस्था थी।

यह विश्व के प्रामाणिक शिक्षां केंद्रों से एक था। 5वीं से 12वीं शताब्दी ई. तक, यहां विद्वानों और छात्रों का समूह हमेशा मौजूद रहता था।

इन छात्रों और विद्वानों ने ज्ञान को विश्व में फैलाया।

इसका महत्व यह भी था कि यह भारत की समृद्ध वाणिज्यिक और ग्यान योग्यता का प्रतीक था।

Nalanda University of India: नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास

History Nalanda university: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना, लगभग 800 वर्ष पहले हुई थी।

इसे 5वीं शताब्दी ई. में स्थापित किया गया था और 12वीं शताब्दी ई. में नष्ट हो गया।

उस समय, यह युगों युगों के लिए एक उत्कृष्ट शैक्षिक सेंद्र के रूप में उभरा। यह हजारों छात्रों और विद्वानों को आकर्षित करता रहा।

हालांकि, कई शताब्दियों तक बंद होने के बाद, नालंदा फिर से पुनर्जीवित हो गया है। अब यह नए युग का आरंभ कर रहा है।

विवरणआंकड़े
नए नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण लागत116.65 करोड़ रुपये
नए कैंपस का क्षेत्रफल10 एकड़
प्रोफेसर भवन में फ्लैट24 तीन BHK और 24 दो BHK
कर्मचारी भवन में फ्लैट2 भवन में प्रत्येक में 24 फ्लैट
छात्रावास क्षमता100 लड़कियों और 140 लड़कों के लिए

Nalanda university open: शिक्षा की नई इबारत

नवीनतम सुविधाएं और अवसंरचना

नए नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में कई सुविधाएं हैं। वहाँ हरित कैंपस है, जो पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखता है। 40 कक्षाएं के साथ दो शैक्षिक ब्लॉक हैं। Nalanda University Open इनमें से एक अंतर्गत 1900 छात्रों को ठहरने की सुविधा है।

यहाँ 300 सीटों वाले दो सभाग भी हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ 550 छात्रों के लिए छात्रावास है। एक अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, 2000 लोगों की क्षमता वाला एम्फीथिएटर, विश्वविद्यालय का क्लब और खेल परिसर भी है।

पाठ्यक्रम और अनुसंधान क्षेत्र

नालंदा विश्वविद्यालय में हमें पारिस्थितिक अध्ययन और एम्पेथोलॉजी का पाठ्यक्रम मिलता है। Nalanda University Open ये सब सेमेस्टर आधारित हैं। हर सेमेस्टर में होती है पाठ्यक्रम, मुख्य पाठ्यक्रम और अनुसंधान परियोजना।

इसके आगे, हमारे मास्टर्स प्रोग्राम्स में फील्ड विजिट और इंटर्नशिप का अवसर होता है। Nalanda open university हमारा उद्देश्य अंतरिक्ष स्कूट से सिखते हैं, और मानव जीवन के लिए उपयोगी अनुसंधान करतें हैं।

नालंदा विश्वविद्यालय का नालंदा विश्वविद्यालय खुला होना एक बड़ा कदम है। इससे नालंदा विश्वविद्यालय दाखिला, नालंदा विश्वविद्यालय प्रवेश, नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा, और नालंदा विश्वविद्यालय अध्ययन क्षेत्रों में विकास हुआ। यह पुरानी नालंदा कला का पुनर्जीवन करता है।

नालंदा विश्वविद्यालय में प्रवेश

नालंदा विश्वविद्यालय में प्रवेश हासिल करने के लिए कई चरण हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए नालंदा विश्वविद्यालय ने की है कि उम्मीदवार सभी चरणों का पालन करें।

पहला कदम है नालंदा विश्वविद्यालय दाखिला और नालंदा विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए आवेदन करना। 15 जून 2024 तक उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

उम्मीदवारों को कुछ प्रमाण पत्रों की तैयारी करनी होगी। उन्हें 10वीं और 12वीं के अंकपत्र, स्नातक अंकपत्र, जाति प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, और अन्य दस्तावेज जमा करने होंगे।

प्रवेश टेस्ट में भी अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा।

प्रवेश दौर के दौरान निम्नलिखित मुख्य बिन्दु पर ध्यान देना चाहिए:

  1. न्यूनतम शैक्षिक योग्यता: स्नातक डिग्री या समकक्ष
  2. आवश्यक अंक: न्यूनतम 55% अंक
  3. भाषा कौशल: अंग्रेजी या हिंदी में प्रवीणता
  4. अन्य आवश्यकताएं: विशेष कार्यक्रमों के लिए अतिरिक्त योग्यताएं भी हो सकती हैं

प्रवेश के बाद, चुने गए उम्मीदवारों को नामांकन शुल्क देना होगा। शुल्क में प्रवेश शुल्क, प्रतिभा शुल्क, सुरक्षा जमा, और अन्य शुल्क शामिल हैं।

Nalanda University Admission Page

नालंदा विश्वविद्यालय ने प्रवेश की पूरी प्रक्रिया व्यवस्थित बनाया है। इससे उम्मीदवारों को आसानी होती है उनके सपनों को पूरा करने का मौका पाने में।

निष्कर्ष

नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्जागरण भारतीय शिक्षा के प्राचीन विरासत को जीवंत करेगा। Nalanda University Open यहां भारतीय और विदेशी छात्र एकत्र होके विभिन्न क्षेत्रों में अध्ययन करेंगे। नए नालंदा में उच्च स्तर का शिक्षा एक नया युग लेकर आएगा, जो विषय के सीमा को पार करने और हमें अध्ययनिय कौशल से लाभान्वित करने का मार्ग दिखाएगा।

शैक्षिक धारा में, यहां से आएगी शिक्षा भारत और विश्व के लिए महत्वपूर्ण होगी। नालंदा विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता और अनुसंधान के अवसर प्रदान करेगा। इसके पुनर्जागरण से भारत के शिक्षा क्षेत्र में नया युग शुरू होगा।

नालंदा विश्वविद्यालय का पुनरुध्धार भारतीय शिक्षा के नया युग की शुरुआत करेगा। Nalanda University Open यहां अंतर-विषयक ज्ञान एकत्र किया जाएगा, जो समृद्धि के लिए कामयाब साबित होगा। इस प्रकार, नालंदा विश्वविद्यालय ऐतिहासिक शिक्षा को आधुनिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

FAQ

क्या नालंदा विश्वविद्यालय खुला है?

हां, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। Nalanda University Open यह परिसर लगभग 450 एकड़ में है, जिसे ‘शून्य-शुद्धता’ हरित कैंपस कहा जाता है।

नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर में क्या सुविधाएं हैं?

नए परिसर में 40 कक्षाओं के साथ दो शैक्षिक ब्लॉक है, जो 1900 छात्रों के लिए हैं। यहाँ 300 सीटों की क्षमता वाले दो सभागार भी हैं।

परिसर में लगभग 550 छात्रों के लिए होम, एक अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, और 2000 लोगों की क्षमता वाला एम्फीथिएटर भी है।

इसके आस-पास एक फैकल्टी क्लब और खेल परिसर भी हैं।

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का क्या महत्व था?

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय भारत के लिए पहली सहस्राब्दी ई. में महत्वपूर्ण था। यह विश्व के प्रतिष्ठित विद्यालयों में शामिल था।

यह 800 वर्ष तक चला और विद्वानों को आकर्षित किया। इन्होने विश्व में ज्ञान प्रसार किया।

नालंदा विश्वविद्यालय में दाखिले के क्या प्रावधान हैं?

CUET-PG क्वालिफाइड उम्मीदवार 15 जून 2024 तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

15 जुलाई 2024 तक प्रमाण पत्र और डिप्लोमा कार्यक्रमों के लिए दाखिले खुले रहेंगे।

वर्ष 2024-25 के लिए MA/MSc/MBA जैसे कार्यक्रमों में दाखिले 15 जून 2024 तक होंगे।

Source

Nalandauniv-edu-in

wikipedia-wiki-Nalanda-University


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