Siddharth Shah success story 2023:2024 Turned a school project into a company worth billions.
नई दिल्ली: कहा जाता है की कुछ बड़ा करने के लिए पहली और सबसे जरूरी शर्त है ( सपने ) जब आप सपने ही नहीं देखेंगे तो फिर किसके पीछे भागेंगे। सिद्धार्थ शाह (Siddharth Shah) ने भी एक सपना देखा था। और फिर कहते हैं ना कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। सिद्धार्थ शाह इसका एक उदाहरण है। सिद्धार्थ का जन्म मुंबई के घाटकोपर, में हुआ। उन्होंने बचपन में ही सोच लिया था कि अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी नहीं करेंगे, बल्कि कुछ अपना काम करेंगे। मुंबई में उनके 4 बेस्ट फ्रेंड थे। धर्मिल सेठ, धवल शाह हर्ष पारेख और हार्दिक देधिया। शाह की बिजनस जर्नी में उनका बहुत योगदान है।
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कॉलेज के प्रोजेक्ट ने बदल दी किस्मत
Siddharth Shah success story 2023:2024 मुंबई में स्कूल की पढ़ाई के बाद धवल शाह एमबीबीएस के लिए चले गए। वहीं, Siddharth Shah ने चारों दोस्तों के साथ मिलकर engineering और MBA किया। सिद्धार्थ ने IIM अहमदाबाद से भी पढ़ाई की थी। आईआईएम के दौरान मुहर के लिए सिद्धार्थ ने एक प्रोजेक्ट बनाया। इसी प्रोजेक्ट ने शाह की किस्मत बदल कर रख दी । इस प्रोजेक्ट को देखकर प्रोफेसर अनिल गुप्ता ने कहा कि वे इसे सिर्फ एक प्रोजेक्ट ना रखें, बल्कि इसे एक कंपनी का रूप दें।
Dial Health ( डायल हेल्थ ) नाम से बनाई पहली कंपनी
Siddharth Shah success story 2023:2024 सिद्धार्थ ने प्रोफेसर की बात मानी और डायल हेल्थ (Dial health) नाम से कंपनी बनाकर उसे रजिस्ट्री करा लिया। इस कंपनी में फार्मेसी को ऑनलाइन लेकर जाना था और इसे भारत की पहली ऑनलाइन फार्मेसी बनाना था। इसके लिए शाह ने अपने दोस्त हार्दिक दूधिया से मदद ली थी। इस तरह शाह और देधिया ने साल 2012 में डायल हेल्थ केयर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी की स्थापना की। लेकिन डायल हेल्थ फेल हो गई।
इस तरह हुई फार्मईजी (PharmEasy) की शुरुआत।
अगस्त 2013 में इसके बाद शाह ने एसेट हेल्थ एंड वेलनेस कंपनी की स्थापना की। जिसमें यह दावा किया गया की यह कंपनी किसी भी दवा को रिटेल कस्टमर तक 4 घंटे में दवा पहुंचाएगी। अब कंपनी के पास तेजी से रिटेल कस्टमर का एक बड़ा नेटवर्क तैयार हो गया। इसके बाद साल 2015 में शाह के दो दोस्त धर्मिल सेठ और धवल शाह भी उनके साथ आ गए। यहां से फार्मईजी (PharmEasy) की शुरुआत हुई। देखते ही देखते फार्मईजी देश का सबसे भरोसेमंद ऑनलाइन फार्मास्युटिकल (pharmaceutical) ब्रांड बन गया। सिद्धार्थ शाह ने सफलता का स्वाद चख लिया था, इसलिए वे अब रुकने वाले नहीं थे।
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कई कंपनियों का अधिग्रहण किया
Siddharth Shah success story 2023:2024 साल के 2016 में फार्म ईजी ने DocOmo का अधिग्रहण (acquisition) किया। साल 2017 में उन्होंने टेक्नोलॉजी बेस्ड प्लेटफॉर्म रेटियालोजी लॉन्च किया। उसके बाद उन्होने साल 2020 में मेडलाइफ और जून 2021 में थायरोकेयर का अधिग्रहण (acquisition) किया। इसके बाद सभी फाउंडेशन ने मिलकर एपीआई API होल्डिंग्स नाम से एक मूल कंपनी की स्थापना की। आज सिद्धार्थ शाह का कारोबार काफी बड़ा हो चुका है। वे एपीआई होल्डिंग्स के फाउंडर सीईओ (CEO) हैं। इस कंपनी की कई यूनिट्स हैं, जिनमें फार्मईजी, एजेंट, रिटेलियो, डोकॉन, मेडलाइफ और थायरोकेयर शामिल हैं। इस तरह सिद्धार्थ शाह का सपना आज खूब फल-फूल रहा है। और वो बुलंदियों को छू पा रहे है।
Conclusion
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